हे ईश्वर मैं आत्मा के विषय में जानना चाहता हूँ ,HE ESWAR MAI AATMA KE VISHAY ME JANNA CHAHTA HUN
अहंकार नहीं तो हम वेहोस,Ahankar nahi to ham vihosh=स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक
आप्त और ऋषि,AAPTA PURUSH AUR RISHI=स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक
सभी सत्य विद्या वेद की और असत्य विद्या मनुष्य के घर की-स्वामी विवेकानंद परिव्राजक
किसी वस्तु का साक्षात्कार कैसे होता है ? स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक
मैं कौन हूँ,MAIN KAUN HOON- स्वामी विवेकानंद परिव्राजक
मोक्ष किसका होता है,moksh kiska hota hai- स्वामी विवेकानंद परिव्राजक
बेहोशी में संस्कार नहीं बनते BEHOSHI ME SANSKAR NAHI BANTE
सफल गृहस्थी कौन- स्वामी विवेकानंद परिव्राजक